the First digits in a train number mean भारतीय रेल ट्रेन नंबर में पहला अंक का राज
ट्रेन से सफर के लिए निकलने के पहले हम ट्रेन की ताजा स्थिति जानने का प्रयास करते हैं तो कंप्यूटर हमारा ट्रेन नंबर जानना चाहता, क्या है इसका राज।
On December 20, 2010 Indian Railways switched over from the previous four-digit numbering system for Passenger trains with the existing five-digit numbering according to the decision of Indian Ministry of Railways.
अपने देश में चलने वाली हर एक ट्रेन को एक नंबर दिया जाता है, जो 5 अंकों का होता है और यह हर ट्रेन का बिलकुल अलग नंबर होता है। यानि कि किसी भी ट्रेन का नंबर एक दूसरे से मैच नहीं करता। वैसे तो ट्रेन के पांचों अंको का किसी भी ट्रेन नंबर में कुछ ना कुछ मतलब होता है, लेकिन ट्रेन नंबर का पहला अंक सबसे महत्वपूर्ण होता है।
First Digit: जब पहला अंक हो जीरो ‘0’
0 – for special trains (e.g., summer specials, holiday specials, etc.) जिस ट्रेन का नंबर जीरो (0) से शुरू होता है। वो रूटीन ट्रेन नहीं बल्कि विशेष ट्रेन होती है। जिन्हें जिसे विशेष अवसरों जैसे जाड़े और गर्मी की छुट्टियों, या पूजा और त्योहारों पर खासतौर पर चलाया गया होता है। ये ट्रेने अक्सर चलती रहती हैं, ये स्पेशल ट्रेने पूरे साल नहीं बल्कि कुछ एक महीनों के लिए ही चलती हैं।
जब पहला अंक हो एक ‘1’
1 is for all long-distance trains, including the Rajdhani, Shatabdi, Jan Sadharan, Sampark Kranti, Garib Rath, Duronto, and other classes. एक (1) अंक से शुरु होने वाली नंबर ट्रेन हमेशा ही लंबी दूरी की ट्रेनें होती हैं। एसी, सुपरफास्ट ट्रेनों का नंबर भी 1 अंक से शुरु होता है।
जब पहला अंक हो दो ‘2’
2 – for long-distance trains; it is to be used when train numbers starting with 1 are exhausted in any series. इसी तरह जब किसी ट्रेन का नंबर 2 से शुरू होता है तो यह ट्रेन बहुत लंबी दूरी के लिए चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन ही होगी।
जब पहला अंक हो तीन ‘3’
3 – for Kolkata suburban trains. नंबर 3 से शुरू होने वाली ट्रेनें आपको कोलकाता छोड़ कर देश भर में कहीं नहीं मिलेंगी क्योंकि ये अंक सबअर्बन ट्रेन सिस्टम को दिया गया है। इसलिए ये ट्रेन नंबर कोलकाता शहर और उसके आसपास के इलाकों में रहने वालों को ही मिलता है।
जब पहला अंक हो चार ‘4’
4 is for suburban trains in Chennai, New Delhi, Secunderabad, and other metropolitan areas. जिन ट्रेनों का नंबर अंक 4 से शुरू होता है तो ये ट्रेनें भी पूरे देश में नहीं बल्कि दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद या ऐसे ही किसी मेट्रो सिटी में रहने वालों के लिए चलती हैं। इसे ऐसे समझिये दिल्ली की मेट्रो ट्रेनों के नंबर 4NXPX कुछ इस तरह से होते हैं।
जब पहला अंक हो पांच ‘5’
5 is for passenger trains with conventional coaches अंक 5 से शुरू होने वाली ट्रेंनें पैसेंजर होती हैं, जिनमें हमेशा से प्रचलित कोच लगे होते हैं। इन ट्रेनों में यात्रियों को कोई विशेष सुविधाएं नहीं मिलती हैं।
जब पहला अंक हो छह ‘6’
6 is for MEMU trains अगर किसी ट्रेन का नंबर 6 अंक से शुरू हो रहा है तो वह मेमो ट्रेन है जो कम दूरी वाले किन्हीं दो बड़े शहरों के बीच चलती हैं और ग्रामीण इलाकों से शहर आने वालों के लिए भी उपलब्ध होती है।
जब पहला अंक हो सात ‘7’
7 is for DMU (DEMU) and railcar services. जब कोई ट्रेन नंबर अंक 7 से शुरू होता है तो वह डीएमयू या रेल कार सेवा के तौर पर चलने वाली ट्रेन के लिए होता है। इन ट्रेनों में आगे पीछे और बीच में डीजल या इलेक्ट्रिक वाले कई इंजन लगे होते हैं।
जब पहला अंक हो आठ ‘8’
8 is currently reserved ट्रेन का नंबर 8 अंक से शुरू हो रहा है तो वो ट्रेन पूरी तरह से आरक्षित सुपर फास्ट ट्रेन है। ऐसी ट्रेनें बहुत ही कम स्टेशनों पर रुकती हैं।
जब पहला अंक हो नौ ‘9’
9 is for Mumbai area suburban trains अंक 3 और 4 की तरह अंक 9 नंबर वाली ट्रेन भी सीमित इलाके के लिए होती हैं। ये अंक मुंबई में चलने वाली सबर्बन ट्रेनों को दिया गया है। इनमें मुंबई और आसपास के लोग सफर करते हैं।
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