जानकारी के अनुसार, पाटौनी (चाचौड़ा) हाल निवास सिया की बाड़ी निवासी श्यामबाबू विश्वकर्मा मंगलवार को रूठियाई से साबरमी एक्सप्रेस में बैठा था।
वह नेत्रहीन है। उनका आरोप है कि भीड़ अधिक होने के कारण वह जनरल कोच में लेट गया। इस बीच वहां पर जीआरपी के जवान पहुंचे और धक्का देकर उठाया तथा उतरने को कहा। उसने विकलांग सर्टिफिकेट भी दिखाया लेकिन पुलिसकर्मी नहीं माने और उतार दिया। पुलिसकर्मियों ने मारपीट की और अभद्र व्यवहार भी किया।
वह नेत्रहीन है। उनका आरोप है कि भीड़ अधिक होने के कारण वह जनरल कोच में लेट गया। इस बीच वहां पर जीआरपी के जवान पहुंचे और धक्का देकर उठाया तथा उतरने को कहा। उसने विकलांग सर्टिफिकेट भी दिखाया लेकिन पुलिसकर्मी नहीं माने और उतार दिया। पुलिसकर्मियों ने मारपीट की और अभद्र व्यवहार भी किया।
Source Page: (Read Complete News): http://www.patrika.com/news/railway-police-train-with-disabilities-violence/1046870
Railway police train with disabilities Violence